महिला सशक्तीकरण के विविध आयाम’ विषय पर एक भाषण, पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
छावनी। इन्द्रासन सिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजकीय महाविद्यालय पचवस में संचालित ‘मिशन शक्ति’ के पाँचवें दिन बुधवार को विद्यार्थियों के लिए महिला सशक्तीकरण के विविध आयाम’ विषय पर एक भाषण, पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़कर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।
भाषण प्रतियोगिता में सुखपाल वर्मा ने कहा कि एक महिला शिक्षित होती है तो दो परिवार शिक्षित होते हैं। आज भारत में स्त्रियों को पुरुषों के साथ बराबरी से समाज निर्माण में भाग लेना आवश्यक है। कुसुम निषाद ने कहा कि महिलाओं के लिए सशक्तीकरण का अर्थ है उसे अपने निर्णय स्वयं लेने का अधिकार मिले। आज यह देखना होगा कि क्या कारण है कि स्त्रियाँ नौकरी करते हुए भी स्वतंत्र नहीं हैं। आकाश यादव ने सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की प्रशंसा करते हुए यह कहा कि महिलाओं के प्रति अपराध में त्वरित निर्णय एवं कड़ी कार्यवाही की ज़रूरत है। हमारा समाज वैदिक काल में स्त्रियों को महत्व देने वाला था, जबकि आज स्थितियाँ विकट हो गयी हैं। राजू गुप्ता ने महिलाओं को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दिये जाने की वकालत की और कहा कि महिलाएँ आज किसी से कम नहीं हैं, वे घर से बाहर तक के कार्यों को कुशलता से सम्पादित करती हैं। निधि चतुर्वेदी ने कहा नारी सशक्तीकरण भौतिक, आध्यात्मिक और वैचारिक हर स्तर पर स्त्री को सशक्त करने का प्रयास है। आज की स्त्री संसार के हर क्षेत्र में अपने कौशल का प्रदर्शन कर रही है। श्वेता सिंह ने आंकड़ो के माध्यम से भारत में महिलाओं के प्रति अपराध की स्थिति को स्पष्ट करने का प्रयास किया और कहा कि देश के विकास के लिए महिला सशक्तीकरण अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर आयोजित पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपनी कला एवं कौशल का प्रदर्शन किया। प्रारम्भ में कार्यक्रम का परिचय देते हुए संयोजक डाॅ. विजय कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सैद्धान्तिक बातों के साथ-साथ किसी भी मिशन का व्यावहारिक पक्ष भी महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए समाज की मानसिकता में आमूलचूल परिवर्तन अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उनके अनुसार सामाजिक कुरीतियों से पूर्ण मुक्ति पाये बिना सामाजिक बदलाव सम्भव नहीं हैं। डाॅ. विजय कुमार ने आशा व्यक्त की कि इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से हमारे विद्यार्थी महिला सशक्तीकरण से जुड़ी समाज की ज़मीनी सच्चाई को अभिव्यक्त करने में सक्षम होंगे। इस अवसर पर प्रतियोगिता की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डाॅ. अश्विनी कुमार मिश्र ने समस्त छात्र-छात्राओं के प्रयासों की भूरि-भूरि सराहना की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को जोड़कर इस मिशन की सफलता अपनी पूर्णता की ओर पहुँच गयी है। कार्यक्रम में संरक्षकीय वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए प्राचार्य डाॅ. आदित्य प्रताप सिंह ने कहा कि आज विद्यार्थियों ने भाषण, पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता में अपनी सुंदर अभिव्यक्ति की है, जो सराहनीय है। डाॅ. सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों ने महिलाओं की सुरक्षा, स्वतंत्रता और सशक्तीकरण को लेकर जो बातें कही हैं, वे हमारे समाज के निर्माण हेतु अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। महाविद्यालय की अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डाॅ. विद्यावती यादव ने सभी विद्यार्थियों के प्रयास की सराहना की। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण श्री अशोक कुमार गुप्त, डाॅ. संदीप कुमार, श्री हरेन्द्र विश्वकर्मा, डाॅ. प्रमोद कुमार मिश्र एवं डाॅ. विशाल श्रीवास्तव सहित कर्मचारीगण उपस्थित रहे। गोष्ठी में अंकिता, कीर्ति, रूपम, वंशिका, अंकिता, सरिता, श्वेता, निशा, विशाल, सुनील, सोनू, सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
About The Author
छावनी। इन्द्रासन सिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजकीय महाविद्यालय पचवस में संचालित ‘मिशन शक्ति’ के पाँचवें…