...बस्ती में महिला ने एक साथ तीन बच्चों को दिया जन्म, जाने कैसी है मां बच्चों की तबियत?
बस्ती, यूपी। बस्ती जिले के दुबौलिया विकास खण्ड के अन्तर्गत आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर दो दिन एक गर्भवती महिला के तीन बेटों का प्रसव मामला प्रकाश में आया है। स्टाफ नर्स अंकिता सिंह ने नार्मल प्रसव कराया। तीनों बच्चे स्वस्थ्य थे। दो बेटो का वजन कम होने के चलते थे महिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। परिजन अस्पताल पहुंचे तो वहां से ओपेक चिकित्सालय रेफर दिया गया। वहां से डॉक्टरों ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। परिजनों ने बताया आर्थिक स्थिति ठीक न होने से घर लेकर चले आये है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिलमा बाजार में दो दिन पहले पिपरी ऊंजी गांव की नीलम पत्नी राधेश्याम को प्रसव पीड़ा शुरु होते ही लेकर पहुंचे तो स्टाफ नर्स अंकिता सिंह ने रेफर कर दिया लेकिन परिजनों की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते जिला मुख्यालय ना होने से प्रसव कराने की जिद पर करने लगे। स्टाफ नर्स ने सूझ बुझ से तीन बच्चों का सामान्य प्रसव कराकर सराहनीय कार्य किया। जिसकी चर्चा जोरों से हो रही हैं। स्टाफ नर्स अंकिता सिंह ने बताया महिला की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते परिजन रेफर करने के बाद महिला चिकित्सालय में नहीं ले गए। परिजनों के निवेदन पर महिला का सामान्य प्रसव कराया गया। तीनों बेटे स्वस्थ्य थे। दो नवजात शिशु का वचन कम होने के चलते महिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।
परिजनों ने बताया कि हम लोग महिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे तो वहां से ओपक चिकित्यालय रेफर कर दिया गया। वहां से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते घर लेकर चले आये हैं। भगवान पर हम लोग निर्भर है। डॉ ङीके चौधरी ने बताया कि महिला को रेफर कर दिया गया था। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चले नहीं ले गए और सामान्य प्रसव कराया गया।
स्टाफ नर्स अंकिता सिंह ने तीन बच्चों का कराया प्रसव, हो रही सराहना
बस्ती। ग्रामीण इलाके के लिए प्राथमिक स्वारथ्य केन्द्र चिलमा बाजार का प्रसव केन्द्र लोगों के लिए बरदान सावित हो रहा है। सीमित संसाधनों में प्रसव कराया जा रहा है। दुबौलिया क्षेत्र में सबसे अधिक प्रसव चिलमा अस्पताल पर होता है। स्टार्फ नर्स अंकिता सिंह ने एक साथ तीन प्रसव कराकर सराहनीय कार्य किया है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। स्टाफ नर्स अंकिता र्सिंह के इस कार्य के लिए लोगों ने बधाई भी दी है। इलाके लोगों ने प्रसव के लिए संसाधनों को बढ़ाने की भी मांग की है।