प्रिया नें रचा इतिहास, अब लेखपाल से बनी ग्राम पंचायत अधिकारी
यूपी बस्ती। जिले के राम जानकी मार्ग शुकुलपुरा में साधारण परिवार में जन्मी प्रिया शुक्ला के परिजनों को क्या मालूम था कि बेटी बड़ी होकर क्षेत्र का नाम रोशन करेगी। प्रिया शुक्ला ने नौकरी के लिए तीन परीक्षा को उत्तीर्ण कर अपने नाम को रोशन करते हुए बेटियों को प्रेरणा देने का कार्य किया है। बेटियों को तैयारी करने का मौका मिले तो निश्चित ही कठिन से कठिन परीक्षा को उत्तीर्ण अपना मुकाम हासिल कर सकेगी। प्रिया शुक्ला को पहली सफलता रेलवे में जूनियर असिस्टेंट के पद पर मिली लेकिन ज्वाइन ही नही किया। दो माह पहले लेखपाल की भर्ती में सफलता मिली तो हरैया तहसील में ज्वांइन किया। ग्राम पंचायत अधिकारी के परिणाम में सफलता हासिल कर इतिहास रच दिया। प्रिया शुक्ला के इस सफलता पर परिवार गांव में जहां खुशी का माहौल वहीं ग्रामीण इलाके के बेटियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई है। अब हर कोई प्रिया शुक्ला का उदाहण दे सकेगा और बच्चों का मनोबल बढ़ा सकेगा।
दुबौलिया ब्लॉक क्षेत्र के शुकुलपुरा गांव निवासी ताड़क नाथ शुक्ल किसान है। बेटी प्रिया शुक्ला चयन ग्राम पंचायत अधिकारी(वीपीओ) के पद पर हुआ है।अभी दो माह पहले इनका चयन हर्रैया तहसील मे लेखपाल पद पर हुआ था।वर्तमान समय मे लेखपाल पद पर कार्यरत है। इनकी प्राथमिक शिक्षा आदर्श बाल शिक्षा निकेतन दुबौलिया हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की शिक्षा राम दास उदय प्रताप औद्योगिक इटर कालेज भटपुरवा तथा ग्रेजुएशन की शिक्षा बीएचयू बनारस करने के बाद आईआईटी की तैयारी करने कानपुर चली गई। इसके बाद लखनऊ में रहकर तैयारी किया। प्रिया शुक्ल ने बताया कि ईमानदारी से तैयारी किया जाय तो निश्चित ही सफलताएं मिलेगी। बेटिया एक लक्ष्य बनाकर तैयारी करे तो सफल हो जायेगा। प्रिया शुक्ला के इस सफलता पर परिवार के साथ पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। प्रिया शुक्ला ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, भाइयों एवं गुरुजनों को दिया।
किसान ताड़क नाथ शुक्ल की बेटी प्रिया बनी ग्राम पंचायत अधिकारी
दुबौलिया विकास क्षेत्र के शुकुलपुरा निवासी ताड़क नाथ शुक्ल स्नातक की पढ़ाई करने के बाद नौकरी में सफलता नहीं मिली तो खेती का कार्य करने लगे। ताड़क नाथ शुक्ल ने मेहनत कर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। पिता के मेहनत एवं लगन से बच्चों ने मुकाम हासिल शुरु किया तो परिवार में खुशियों का दौर शुरु हो गया। बेटा श्याम शुक्ल विदेश पहुंच गया तो परिवार को पंख लग गए। ताड़क नाथ का फोकस बच्चों की पढ़ाई पर हो गया। तो बेटा रमेश चन्द्र शुक्ल को पॉलीटेकिनिक बाराबंकी में प्रोफेसर पद पर चयन हो गया। वही राम जी शुक्ल को बिल्डिंग मटेरियल की दुकान खोलवा दिया गया। बेटी प्रिया शुक्ला इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करने सीयूटी उत्तीर्ण कर बीएससी बीएचयू बनारस से करने के बाद तैयारी करने में जुट गई। बेटी प्रिया शुक्ला ने एक नहीं रेलवे, लेखपाल व ग्राम पंचायत अधिकारी की परीक्षा पास कर चार चांद लगा दिया। ताड़क नाथ शुक्ल व पत्नी आशा शुक्ला के सपनों को बच्चों ने साकार कर दिया।
प्रधानाचार्य ने प्रिया शुक्ला को दी बधाई
शुकुलपुरा की प्रिया शुक्ला का चयन ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर सफलता मिलने पर रामदास उदय प्रताप औद्योगिक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विद्याधर वर्मा, प्रबन्धक राम शिरोमणि चौधरी, शिक्षक जय प्रकाश चौधरी ने शुभकामना देते हुए कहा कि विद्यालय से पढ़कर निकलने वाले बच्चे कठिन से कठिन प्रतियोगिकी परीक्षा में बैठकर अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं। हर परीक्षा में इस विद्यालय के बच्चे नाम को रोशन करते है। प्रिया शुक्ला ने तीन परीक्षा को उत्तीर्ण कर अपनी प्रतिभा दिखाई जो क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। इससे अन्य बच्चों को भी प्रेरणा मिल सकेगा।