UP Shikshamitra News || शिक्षामित्र संगठन की सरकार के साथ सार्थक बातचीत, जल्द मिलेगा परिणाम: शिवकुमार शुक्ला
UP Shikshamitra News Lucknow || उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत करीब डेढ़ लाख शिक्षामित्रों की समस्याओं के समाधान को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षामित्र संघ लगातार शासन स्तर पर अधिकारियों व नेताओं से मुलाकात कर रहा है। बीते 5 सितम्बर के आंदोलन के बाद संगठन के लोग लगातार मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए प्रयासरत हैं। शिक्षामित्र संघ प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला ने हाल ही में जानकारी देते हुए कहा कि संघ के पदाधिकारियों ने नेताओं और अधिकारियों से कई बार मुलाकात की है और शिक्षामित्रों की समस्याओं के समाधान की दिशा में सकारात्मक कदम भी उठाए जा रहे हैं।
शिक्षामित्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला का कहना है कि लगातार मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और डीजी के साथ ही विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात करते हुए महत्वपूर्ण विन्दुओं पर चर्चा की जा रही है। शिक्षामित्रों के लिए कैसे कुछ बेहतर हो सकता है इस पर भी वार्ता करते हुए अपना पक्ष रखा जा रहा है। कहा कि शिक्षा मंत्री संदीप सिंह और एमएलसी श्रीचंद शर्मा के साथ भी शिक्षामित्र मामले को लेकर गंभीरता से बातचीत की गई है। उन्होंने भी स्पष्ट किया है कि शिक्षामित्रों को भ्रमित होने की जरूरत नहीं है। सरकार और अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में रहते हुए शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान शीघ्र होने की उम्मीद है। श्रीशुक्ल का कहना है कि अभी संगठन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा मित्रों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
संगठन की कार्यशैली से शिक्षामित्र नाराज
आगामी 5 सितम्बर को लखनऊ के इकोगार्डेन में होने वाले धरने के बाद उत्तर प्रदेश का आम शिक्षामित्र नाराज है। शिक्षामित्रों का कहना है कि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष से शिक्षामित्र अनिश्चितकालीन धरने की बात कर रहे थे। किंतु सरकार के दबाव में आकर संगठन ने धरना खत्म कर दिया और एक बार फिर शिक्षामित्र लखनऊ की सरजमी से खाली हाथ वापस लौट आया इसके बाद से शिक्षामित्रों में नाराजगी व्याप्त है। आम शिक्षामित्रों का साफ तौर पर कहना है कि 2017 के बाद से ही मुलाकात का दौर चल रहा है, कमेटी का गठन हो रहा है किंतु धरातल पर शिक्षामित्रों को एक रुपये नहीं मिले। अन्य मांगों की बात छोड़िए मूल विद्यालय वापसी जैसे मामलों को भी गंभीरता से नहीं लिया गया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश का शिक्षामित्र बेमौत मरने को मजबूर है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला का साफ तौर पर कहना है कि शिक्षामित्रों की सभी समस्याएं जल्द हल होंगी और उनके संघर्ष का यह दौर अंततः सकारात्मक परिणाम लाएगा। शिक्षामित्रों को हतास व निराश होने की जरूरत नहीं है। संगठन लगातार शासन व सरकार के बीच समन्वय स्थापित करते हुए शिक्षामित्रों के लिए भी कुछ बेहतर हो इसके लिए प्रयासरत है।