आचार्य पंडित अच्युतानंद त्रिपाठी से जाने क्या कहते है आपके राशिफल एवं स्वस्थ्य रखने के उपाय
कलियुगाब्द……………………5122
विक्रम संवत्…………………..2077
शक संवत्……………………..1942
रवि……………………….दक्षिणायन
मास………………..(अधिक)अश्विन
पक्ष……………………………..शुक्ल
तिथी……………………………..षष्ठी
रात्रि 09.36 पर्यंत पश्चात सप्तमी
सूर्योदय………प्रातः 06.15.59 पर
सूर्यास्त……..संध्या 06.23.48 पर
सूर्य राशि……………………..कन्या
चन्द्र राशि…………………..वृश्चिक
गुरु राशि………………………..धनु
नक्षत्र………………………अनुराधा
संध्या 07.17 पर्यंत पश्चात ज्येष्ठा
योग……………………………प्रीती
रात्रि 01.57 पर्यंत पश्चात आयुष्मान
करण……………………….कौलव
प्रातः 10.35 पर्यंत पश्चात तैतिल
ऋतु…………………………….शरद
*दिन…………………….मंगलवार*
*? ? ? ?? राष्ट्रीय सौर दिनांक*
*३१ भाद्रपद ( नभस्यमास ) !*
*?? आंग्ल मतानुसार दिनांक*
*२२ सितम्बर सन २०२० ईस्वी !*
☸ शुभ अंक…………………4
? शुभ रंग……………….सफ़ेद
⚜ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.55 से 12.43 तक ।
?? *राहुकाल :-*
दोप 03.19 से 04.49 तक ।
? *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*कन्या*
05:54:57 08:05:36
*तुला*
08:05:36 10:20:14
*वृश्चिक*
10:20:14 12:36:24
*धनु*
12:36:24 14:42:03
*मकर*
14:42:03 16:29:11
*कुम्भ*
16:29:11 18:02:44
*मीन*
18:02:44 19:33:56
*मेष*
19:33:56 21:14:39
*वृषभ*
21:14:39 23:13:16
*मिथुन*
23:13:16 25:26:58
*कर्क*
25:26:58 27:43:08
*सिंह*
27:43:08 29:54:57
? *दिशाशूल :-*
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 09.18 से 10.48 तक चंचल
प्रात: 10.48 से 12.18 तक लाभ
दोप. 12.18 से 01.48 तक अमृत
दोप. 03.18 से 04.48 तक शुभ
रात्रि 07.48 से 09.18 तक लाभ ।
आरोग्यं
*नींद न आने पर आयुर्वेदिक उपाय :-
*1. अनिद्रा के लिए बेहतर है अश्वगंधा -*
अश्वगंधा का जरुरी लाभ यह है कि यह जड़ी-बूटी हमारे दिमाग में वृद्धि करती है और स्मृति को भी सुधारती है। यह अनिद्रा के लिए भी अच्छी है, क्योंकि यह हमारे नसों को ताज़ा करती है और उन्हें आराम देती है। अश्वगंधा की खुराक आधा चम्मच पाउडर है, जो रात को शक्कर, घी या गर्म दूध के साथ खाई जा सकती है।
*2. जटामांसी -*
जाटांमसी दिमाग को शांत करने वाली जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल रोगी को शांत करने के लिए किया जाता है। यह तंत्रिका तंत्र के आराम में मदद करती है और न्यूरोसिस के मामले में बहुत प्रभावी है। यह न्यूरोट्रांसमिशन बढ़ाता है और याददाश्त के लिए भी अच्छा है और यह अनिद्रा के मामले में शक्तिशाली और प्रभावी है। यह शरीर के अंगों और प्रणालियों को संतुलित करती है। इसका उपयोग चूर्ण के रूप में किया जा सकता है या गर्म पानी में 4-5 घंटे भिगोकर इसका उपयोग करें। आप इसे सोते समय पी सकते है जो तनाव कम करती है।
*3. शंखपुष्पी -*
शंखपुष्पी एक प्राचीन औषधि है, जिसका उपयोग मस्तिष्क का बढ़ावा करने के लिए किया गया है। शंखपुष्पी को रक्त के प्रवाह के लिए, विषाक्त पदार्थों के तंत्रिका कोशिकाओं को निकालने और अनिद्रा का इलाज करने में होता है। यह मानसिक थकान को रोकती है और मस्तिष्क को आराम देती है। यह मस्तिष्क को बढाती है और उच्च रक्तचाप, अनिद्रा और अवसाद का इलाज करती है।
⚜ *आज का राशिफल* ⚜
? *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कार्य के दस्तावेज ध्यान से पढ़ें। रुके कार्य बनेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। शारीरिक कष्ट की आशंका है। विवाद से बचें।
? *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। संगीत में रुचि रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में नए कार्य कर पाएंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। पारिवारिक जीवन सुखमय व्यतीत होगा। प्रमाद न करें।
?? *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
दौड़धूप अधिक होगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। नकारात्मकता रहेगी। बेबात चिड़चिड़ापन रहेगा। भावना में न बहें। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से दूर रहें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।
? *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता कर पाएंगे। किसी विशेष व्यक्ति से हानि संभव है। ध्यान रखें।
? *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। नए संपर्क बनेंगे। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आय में वृद्धि होगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। किसी बनते कार्य में बाधा संभव है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। जल्दबाजी न करें।
??♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
भेंट व उपहार की प्राप्ति हो सकती है। किसी बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। समय की अनुकूलता का लाभ लें। भरपूर प्रयास करें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। प्रसन्नता रहेगी।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
फालतू खर्च होगा। लेन-देन में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी भी प्रकार के विवाद में न पड़ें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर आंख मूंदकर विश्वास न करें। व्यापार ठीक चलेगा।
? *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
यात्रा लाभदायक रहेगी। कोई बड़ा काम मिल सकता है। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यस्तता के कारण स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। परिवार के छोटे सदस्यों के बारे में चिंता का वातावरण बनेगा।
? *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। बिगड़े काम बनेंगे। व्यापारिक नए अनुबंध हो सकते हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। बेचैनी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। योजना फलीभूत होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार अच्छा चलेगा।
? *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। प्रभाव बढ़ेगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।
? *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
शारीरिक हानि की आशंका है। विवाद न करें। बात बिगड़ सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। आते-जाते कार्य करते समय सावधान रहें। कारोबार अच्छा चलेगा। आय होगी।
? *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। कुंआरों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार अच्छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। थकान रह सकती है।
*☯ आज मंगलवार है परन्तु कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते आपसे मंदिर स्थान पर ज्यादा संख्या एकत्रित होना उपयुक्त नहीं है अतः आपसे आग्रह है अपने घर के मंदिर में संध्या ०७.०० बजे सपरिवार हनुमान चालीसा पाठ अवश्य करे और यदि संभव होवे तो उसे फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव के माध्यम से सम्पूर्ण जगत के साथ साझा करे !
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कलियुगाब्द……………………5122 विक्रम संवत्…………………..2077 शक संवत्……………………..1942 रवि……………………….दक्षिणायन मास………………..(अधिक)अश्विन पक्ष……………………………..शुक्ल तिथी……………………………..षष्ठी रात्रि 09.36 पर्यंत पश्चात सप्तमी सूर्योदय………प्रातः…