कलयुग में समस्त कष्टों का निवारण है प्रज्ञा पुराण: आचार्य अरुण शुक्ल
कलवारी, बस्ती। विकास क्षेत्र बहादुरपुर के कनैला खास में स्थित सत्येश्वर नाथ धाम में गायत्री परिवार द्वारा आचार्य दिनकर जी के अगुआई में विश्व शांति हेतु 7 दिवसीय पवन प्रज्ञा पुराण संगीतमयी कथा एवं पंचकुंडीय राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ व प्रतिभा सम्मान समारोह के तीसरे दिन मंगलवार को कथा को आगे बढ़ते हुए कथा व्यास आचार्य अरुण शुक्ल ने कहा कि वर्तमान युग के समस्त कष्टों का निवारण प्रज्ञा पुराण में मिलता है। पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित इस पुस्तक से श्रद्धालुओं के तमाम संकट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि परिवार को कैसे ऊंचा उठाया जाए। समाज और राष्ट्र के लिए किस तरह से कार्य करें, जिससे देश की उन्नति हो।
इस दौरान कथा व्यास ने भगवान विष्णु और नारद संवाद की रोचक कथा सुनाई, जिसमें नारद जी ने भगवान विष्णु से कहा कि है प्रभु आपने त्रेता, द्वापर में श्रीराम व कृष्ण के रूप में अवतरित होकर धरती को पाप मुक्त किया। अब कलयुग में हर आदमी परेशान है। ऐसे में इन लोगों के दुखों का अंत कैसे किया जाएगा। कथा व्यास ने कहा कि तब भगवान विष्णु ने भी कलयुग में दुखों से मुक्ति पाने और सांसारिक भवसागर को पार करने के लिए प्रज्ञा पुराण के अध्ययन की सलाह दी। इसके अलावा दूसरा कोई शास्त्र नहीं है, जिससे इंसान के कष्टों का निवारण हो सके।
इस दौरान मुख्यरूप से मंगलदेव शुक्ल, उर्मिला शुक्ल, विद्यावती सिंह, परमात्मा शर्मा, राम प्रकाश वर्मा, अविनाश कुमार, चंद्रिका सिंह, पवन कुमार सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, रमेश पाण्डेय, राकेश सिंह, पंकज सिंह, वृजेश सिंह, राम ललित चौधरी, निर्भय सिंह, राम अवतार के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।