लॉकडाउन में सब्जी की खेती करने वाले किसानों की टूटी कमर, खेती में पड़ी सब्जियां
बस्ती। जिले में परम्परागत खेती से हटकर नगदी सब्जी की खेती करने वाले किसानों का लॉकडाउन के चलते नुकसान उठना पड़ा है। खेती में लगाई पूँजी नही निकल पा रही है और वहीं खेत में सब्जी बेकार हो जा रही है। ऐसा ही साऊंघाट ब्लाक के पकरी नासिर गांव के किसान अमरजीत यादव के सब्जी के खेत में देखने को मिला। गाजर व लौकी खेत में पड़ी है। कुछ लोग लॉकडाउन में खेत से सब्जी खरीद ले रहे है।
पकरी नासिर गांव निवासी अमरजीत यादव परम्परागत खेती को छोड़कर दो बीधे में 45 हजार की पूँजी लगाकर सब्जी की खेती कर रहे थे। सब कुछ ठीक से चल रहा था। सब्जी की खेती से अच्छी आमदनी हो जाती थी। इस बार कोरोना वायरस जैसी संक्रामक बीमारी में लॉकडाउन के चलते सब्जी की खेती से लागत ही नही निकल पा रही है। सब्जी मंडी में नही पहुंच पा रही है। खेत से ही कुछ लोग सब्जी खरीद कर ले जा रहे है।
अमरजीत यादव ने बताया कि सब्जी की खेती लॉकडाऊन की वजह से करीब 45कुन्तल गाजर खेत में पड़ी है। रेट भी नही मिल पा रहा है। शादी-विवाह कार्यक्रम भी स्थगिल हो गये है। ऐसे में सब्जी की खेती करने वाले किसानों की लॉकडाउन के चलते कमर ही टूट गई है। खेती में लगाई गई लागत ही नही निकल पा रही है। ऐसे में अगली फसल कैसे लगाई जाय समझ में नही आ रहा है।
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