Marhi Mata Mandir Ailiya Basti || मरही माता मंदिर ऐलिया बस्ती || मरही माता के दर्शन मात्र से पूरी होती है श्रद्धालुओं की मनोकामना
Mata Marhi Mandir Ailiya Basti || उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में स्थित ऐलिया गांव में स्थिति मरही माता मंदिर (Marhi Mata Mandir) की ख्याति हर तरफ फैली हुई है। श्रद्धलुओं का मानना ही कि मरही माता मंदिर पर मां जगत जननी के दर्शन मात्र से श्रद्धालुओं के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि मरही माता मंदिर (Marhi Mata Mandir) पर सच्चे मन से मांगी गई मुरादें माँ की कृपा से अवश्य पूर्ण होती हैं। मरही माता मंदिर ऐलिया में मां के दर्शन हेतु स्थानीय लोगों के साथ ही दूरदराज के लोगो भी पहुंचते हैं। श्रद्धालु सच्ची श्रद्धा के साथ मां का दर्शन करते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। वहीं मरही माता मंदिर (Marhi Mata Mandir) पर नवरात्रि के नौ दिन मेले जैसा दृश्य होता है। दूरदराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु नवरात्रि में मरही माता का दर्शन करने आते हैं।
ऐलिया मरही माता मंदिर (Marhi Mata Mandir) का इतिहास
Ailiya Bahadurpur Basti || विकास क्षेत्र बहादुरपुर के ऐलिया गांव में स्थित मरही माता मंदिर की पौराणिकता परिसर में लगा वर्षों पुराना पीपल का पेड़ बयां कर रहा है। मरही माता मंदिर ऐलिया (Marhi Mata Mandir Ailiya) के पुजारी मायाराम ओझा बताते है कि मरही माता मन्दिर (Marhi Mata Mandir) के स्थान पर कभी घाना जंगल हुआ करता था। इस रास्ते से रात में कौन कहे दिन में भी किसी का साहस नहीं होता था कि इधर से निकल जाए। एक दिन बालक कोइरी को सपने में माँ नें बताया कि मैं मरही माता हूँ मेरा स्थान इस जंगल में है और जो जंगल साफकर मेरी पूजा करगा तो उसका भला होगा। बालक कोइरी नें जंगल साफ कर मिट्टी की पिंडी बनाकर पूजा करना शुरू कर दिया। बाद में जिस जिस का भला होता गया उनके सहयोग से यहां एक छोटे मंदिर का निर्माण हुआ। समय बीता और ऐलिया गांव के पुजारी राजाराम ओझा मंदिर पर माँ की सेवा करना शुरू किए। उनके ब्रह्मलीन होनें के बाद दयाराम ओझा ने मंदिर पर माँ का सेवा भाव का कार्य शुरू किया। जिन्होंने प्रयास कर भव्य मंदिर व यज्ञशाला का निर्माण करवाया। हालांकि स्थानीय जन प्रतिनिधियों के सहयोग से मरही माता मंदिर को पर्यटक स्थल के रूप में घोषित किया गया। उसके बाद शासन स्तर से इस मंदिर पर बाउंड्रीवाल का कार्य, भव्य गेट का निर्माण और साथ ही धर्मशाले का भी निर्माण कार्य करवाया गया। इस मंदिर पर जिले के साथ ही दूसरे जिले से भी लोग दर्शन करने आते हैं।
मरही माता मंदिर (Marhi Mata Mandir) तक पहुंचने का रास्ता
बस्ती जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर पर विकास क्षेत्र बहादुरपुर अंतर्गत सोंधिया घाट उमरिया चौराहा (Sondhiya Ghat Umariya Chauraha Basti) के पास मनोरमा नदी (Manorama Nadi Basti) के तट पर ऐलिया गांव में स्थित है। बस्ती जिला मुख्यालय से कुसौरा बाजार के लिए सरकारी बस सेवा उपलब्ध है। वहां से श्रद्धालु सोंधिया घाट के लिए टेक्सी के माध्यम से आसानी से पहुंच सकते हैं।
क्या कहते हैं मंदिर पुजारी मायाराम ओझा (Pujari Mayaram Ojha)?
मरही माता मंदिर ऐलिया के पुजारी मायाराम ओझा (Marhi Mata Mandir Pujari Mayaram Ojha) बताते हैं कि बचपन से ही मरही माता मंदिर पर मां की सेवा कर रहा हूँ। नवरात्रि के दिनों के साथ ही प्रत्येक सोमवार व शुक्रवार को मंदिर पर मेले जैसा दृश्य होता है। मां जगत जननी यहाँ पहुंचे अपने भक्तों की सभी मुरादें पूरा करती हैं। शासन की पहल पर इस मंदिर को पर्यटक स्थल के रूप में घोषित किया गया। मंदिर सुन्दरीकरण, बाउंड्री व गेट आदि का कार्य हुआ। जिले के साथ ही अन्य जनपदों से भी माँ का दर्शन प्राप्त करने श्रद्धालु आते हैं। मां इनकी मनोकामना अवश्य पूरा करती हैं।
क्या कहते हैं श्रद्धालु प्रमोद पाण्डेय (Samajsevi Pramod Pandey)?
स्थानीय श्रद्धालु व समाजसेवी प्रमोद पाण्डेय (Samajsevi Pramod Pandey) बताते हैं कि जब भी कोई कष्ट आता है तो कुल देवी माता मरही मंदिर (Marhi Mata Mandir) पर पहुंच मां को याद करता हूं और पल भर में सारे कष्ट दूर कर देती हैं। माता मरही की आराधना के लिए बचपन से ही आता हूँ। मंदिर पर आकर और माता मरही के दर्शन मात्र से मन को बड़ी शांति मिलती है। मरही माता मंदिर अब एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हुआ जिसे लेकर हम सभी को गर्व है।